चांडिल डैम के 7 रेडियल गेट खुले, जमशेदपुर और मेदिनीपुर के लिए अलर्ट जारी

सरायकेला/चांडिल – लगातार हो रही भारी बारिश के कारण चांडिल बहुउद्देशीय परियोजना से जुड़े चांडिल डैम के 7 रेडियल गेट आज खोले गए। डैम डिवीजन टू चांडिल की ओर से सुरक्षा के दृष्टिकोण से यह निर्णय लिया गया है। जानकारी के अनुसार, इनमें 6 गेट 2.30 मीटर और 1 गेट 1 मीटर तक खोले गए हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि बारिश का सिलसिला यूं ही जारी रहा, तो जलस्तर और अधिक बढ़ने की स्थिति में और भी गेट खोले जा सकते हैं, जिससे पूर्वी सिंहभूम जिले के जमशेदपुर और पश्चिम बंगाल के मेदिनीपुर क्षेत्र में बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो सकता है।
तेज़ी से बढ़ रहा जलस्तर
राज्य में बीते तीन दिनों से लगातार भारी वर्षा हो रही है। इसका सीधा असर चांडिल डैम पर पड़ा है। लगभग 22 हजार हेक्टेयर में फैले जलाशय में पानी की मात्रा तेजी से बढ़ रही है, जिससे डैम पर दबाव काफी बढ़ गया है।
इस दौरान रांची, बुंडू, तमाड़ सहित आसपास के क्षेत्रों से होकर गुजरने वाली सुवर्णरेखा और खड़खाई नदियों के जलस्तर में भी तेजी से वृद्धि दर्ज की गई है।
प्रशासन सतर्क, गांवों के लिए चेतावनी
प्रशासन ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए निगरानी बढ़ा दी है। चांडिल डैम के आस-पास के गांवों में जलभराव और बाढ़ की स्थिति से बचाव हेतु अधिकारियों को अलर्ट मोड पर रखा गया है।
डैम का जलस्तर 181.05 मीटर पर स्थिर रखने का प्रयास किया जा रहा है ताकि ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र सहित अन्य निचले इलाकों में पानी प्रवेश न कर सके।
ग्रामीणों से अपील: सावधानी रखें, लेकिन घबराएं नहीं
प्रशासन द्वारा ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे फिलहाल अपने गांव खाली न करें, लेकिन पूरी सतर्कता बरतें। किसी भी आपात स्थिति में निकासी के लिए प्रशासनिक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
सावधानी ही बचाव है
लोगों से कहा गया है कि अफवाहों पर ध्यान न दें और सरकारी निर्देशों का पालन करें। चांडिल डैम की स्थिति पर 24×7 निगरानी रखी जा रही है और किसी भी आपदा से निपटने हेतु आपदा प्रबंधन दल को तैयार रखा गया है।