MGM अस्पताल शिफ्टिंग अधर में, मरीज बेहाल – इलाज की जगह मिल रही मायूसी
MGM अस्पताल शिफ्टिंग से मरीजों की बढ़ी परेशानी, गायनी ऑपरेशन ठप

जमशेदपुर: एमजीएम मेडिकल कॉलेज अस्पताल को साकची से डिमना शिफ्ट करने की प्रक्रिया अधूरी रह जाने का खामियाजा अब मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। अस्पताल में इलाज कराने आए सैकड़ों गरीब और ज़रूरतमंद लोगों को भर्ती तक नहीं किया जा रहा है। दूर-दराज से आए मरीजों को इलाज के बजाय खाली हाथ लौटाया जा रहा है।
अस्पताल प्रशासन की तैयारी अधूरी है, और इसी का असर सबसे ज़्यादा गायनी विभाग में देखने को मिल रहा है। जानकारी के अनुसार, गायनी वार्ड का ऑपरेशन थिएटर फिलहाल पूरी तरह बंद कर दिया गया है क्योंकि वहां की दीवारों में दरार आ गई है, जिससे सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
अब केवल उन्हीं गर्भवती महिलाओं का ऑपरेशन किया जा रहा है जिनकी हालत बेहद नाजुक है या जिन्हें तत्काल कहीं और भेजना संभव नहीं है। बाकी मरीजों को सदर अस्पताल या फिर निजी अस्पतालों में रेफर कर दिया जा रहा है। पहले जहां इस विभाग में रोज़ 8 से 10 ऑपरेशन होते थे, वहीं अब यह संख्या घटकर महज 4 या 5 पर आ गई है।
शिफ्टिंग की अधूरी प्रक्रिया, संसाधनों की कमी और अव्यवस्था के कारण अस्पताल अब खुद एक ‘बीमार व्यवस्था’ का रूप ले चुका है, जहां इलाज की उम्मीद लेकर आने वाले मरीजों को सिर्फ मायूसी ही हाथ लग रही है।